मुस्लिम काल में छत्रपति शिवाजी, महाराणा प्रताप, गुरुगोविन्दसिह आदि वीरो ने गो हत्या के कलंक के विरुद्ध निरन्तर संघर्ष किया। शिवाजी ने बाल्यावस्था मे ही एक गोहत्या कसाई का वध कर गाय को मुक्त कर अपनी गोभक्ति का परिचय दिया। गुरु गोविन्दसिंहजी महाराज ने तो सिखपंथ की स्थापना ही गोघात का कलंक मिटाने के उद्देश्य से की। उनहोने अपनी आराध्य देवी नेनोदेवी से एक वर मांगा था -गोघात का दुख जगत से मिटाउ॔। गुरु तेगबहादुर गुरु अजुर्नदेव आदि सिख गुरुओं के बलिदान हिन्दूधर्म तथा गौमाता की रक्षा के लिए हुए थे।
Monday, May 31, 2010
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment